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28 Apr 2024 · 1 min read

“बेटियाँ”

“बेटियाँ”
सुकून से खाओ मेहनत की रोटियाँ,
आबाद वो घर है होती जहाँ बेटियाँ।
त्याग, तपस्या, दया, धर्म, क्षमा, शील
संस्कार बिखेरती हैं होती जहाँ बेटियाँ।

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