Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2024 · 1 min read

बीजः एक असीम संभावना…

उठ सके
अध्यात्म के शिखर तक,
छुपी हैं ऐसी
अनंत संभावनाएँ
मनुज में।
होती हैं
जैसे
हर बीज में
वृक्ष बनने की।
जरुरत है बस
सम्यक् तैयारी की,
समुचित खुराक,
उचित पोषण-
पल्लवन की।

बीज अल्प नहीं,
मूल है वह
समूचे वृक्ष का।
सृष्टा रूप है
बीज।
बीज को बीज की तरह ही
संजोए रखा,
तो क्या नया किया तुमने ?
अरे,
उसे हवा, पानी, खाद दो !
नई रौशनी दो !
फैलने को क्षितिज-सा विस्तार दो !
निर्बंध कर दो उसे,
उड़ने दो !
नयन-पंख
पसार
उन्मुक्त गगन में।

बीज को
वृक्ष बनाना है अगर,
मोह बीज का
छोड़ना होगा।
पूर्ण मानव की प्रतिष्ठा हित
मोह शिशु का
छोड़ना होगा।

बीज हैं हम सब
लिए अनंत संभावनाएँ,
निज में।
करनी हैं
यात्राएँ अनवरत।
चढ़ने हैं,
सोपान कितने,
वृक्ष बनने तक।
फलने फूलने तक।
होंगी साकार तभी
संभावनाएँ अपरिमित।

असीम
बनने के लिए
करना होगा, निज का
विलय शून्य में।
याद रहे !
निज को बड़ा नहीं बनाना
विसर्जित करना है खुद को,
हटानी होगी खरपतवार
क्रोध, ईर्ष्या, नफरत,
शक, संदेह की।
समष्टि हित,
हो व्यष्टि विसर्जित
है यही धर्म,
यही
सार्थकता जीवन की।

© डॉ. सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद (उ.प्र.)

2 Likes · 173 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ.सीमा अग्रवाल
View all

You may also like these posts

- बेबस निगाहे -
- बेबस निगाहे -
bharat gehlot
तेरा - मेरा
तेरा - मेरा
Ramswaroop Dinkar
टूटी बटन
टूटी बटन
Awadhesh Singh
राना लिधौरी कै हिंदी दोहे- विषय लोहा
राना लिधौरी कै हिंदी दोहे- विषय लोहा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
एक नज़्म _ सीने का दर्द मौत के सांचे में ढल गया ,
एक नज़्म _ सीने का दर्द मौत के सांचे में ढल गया ,
Neelofar Khan
"कद्र "
पूर्वार्थ
जीवन एक संघर्ष
जीवन एक संघर्ष
AMRESH KUMAR VERMA
मुराद
मुराद
Mamta Singh Devaa
षड्यंत्रों की कमी नहीं है
षड्यंत्रों की कमी नहीं है
Suryakant Dwivedi
"जिंदगी की बात अब जिंदगी कर रही"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मन होता है मेरा,
मन होता है मेरा,
Dr Tabassum Jahan
वि
वि
*प्रणय प्रभात*
बहुत ज्यादा करीब आना भी एक परेशानी का सबब है।
बहुत ज्यादा करीब आना भी एक परेशानी का सबब है।
अश्विनी (विप्र)
*सरकारी आया नया, फिर वेतन आयोग (कुंडलिया)*
*सरकारी आया नया, फिर वेतन आयोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
टूटते रिश्ते
टूटते रिश्ते
Harminder Kaur
राखी
राखी
Vandana Namdev
#गुप्त जी की जीवनी
#गुप्त जी की जीवनी
Radheshyam Khatik
एक तरफ
एक तरफ
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जरूरी हैं रिश्ते
जरूरी हैं रिश्ते
Shutisha Rajput
सत्य की खोज में
सत्य की खोज में
Shweta Soni
जिंदगी! क्या कहूँ तुझे
जिंदगी! क्या कहूँ तुझे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
12) मुमकिन नहीं
12) मुमकिन नहीं
नेहा शर्मा 'नेह'
सिखी शान और कुर्बानी की, अनुपम गाथा गाता हूं।
सिखी शान और कुर्बानी की, अनुपम गाथा गाता हूं।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जिसको देखो दे रहा,
जिसको देखो दे रहा,
sushil sarna
कहीं वैराग का नशा है, तो कहीं मन को मिलती सजा है,
कहीं वैराग का नशा है, तो कहीं मन को मिलती सजा है,
Manisha Manjari
The hardest lesson I’ve had to learn as an adult is the rele
The hardest lesson I’ve had to learn as an adult is the rele
पूर्वार्थ देव
दुर्दशा
दुर्दशा
RAMESH Kumar
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़लती कर रहे कि सही,
ग़लती कर रहे कि सही,
Ajit Kumar "Karn"
"बेखुदी "
Pushpraj Anant
Loading...