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26 Aug 2021 · 1 min read

बीच रास्ते कहां

ऐसा क्या हुआ जो
रास्ते में ही कहीं
रह गई
मैं तुम्हारी मंजिल थी फिर
बीच रास्ते कहां खो गई
अपने घर वापस लौट गई या
चौराहे से किसी अजनबी राह पर
मुड़ गई
देर कुछ अधिक हुई तो
मुझे चिन्ता हुई
जीवन में एक पल में सब कुछ
बदल जाता है तो
शंका होती है
आजकल का माहौल है खराब
सड़कों पर भीड़ इतनी पर
सब अजनबी
एक घर से दूसरे घर की
राहें भी
एक दूसरे से अंजान
अक्सर नहीं जुड़ती।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
309 Views
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