Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2024 · 1 min read

कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा

कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा
तूफाँ को जैसे ही पुकारा जाएगा

कश्ती पे जिसने भी बिठाकर छोड़ा है
हाथों से उसके भी किनारा जाएगा

हाकिम ही जब मज़लूमों को ठुकराए तो
ऐसे में फिर किसको पुकारा जाएगा

जागीर जो मसनद को अपनी कहते हैं
मसनद से उन सबको उतारा जाएगा

Language: Hindi
25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जो लम्हें प्यार से जिया जाए,
जो लम्हें प्यार से जिया जाए,
Buddha Prakash
घर के मसले | Ghar Ke Masle | मुक्तक
घर के मसले | Ghar Ke Masle | मुक्तक
Damodar Virmal | दामोदर विरमाल
Dark Web and it's Potential Threats
Dark Web and it's Potential Threats
Shyam Sundar Subramanian
बुझे अलाव की
बुझे अलाव की
Atul "Krishn"
2822. *पूर्णिका*
2822. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरे रहबर मेरे मालिक
मेरे रहबर मेरे मालिक
gurudeenverma198
दुनिया एक मेला है
दुनिया एक मेला है
VINOD CHAUHAN
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
Taj Mohammad
" मंजिल का पता ना दो "
Aarti sirsat
"एकता का पाठ"
Dr. Kishan tandon kranti
दोस्ती का कर्ज
दोस्ती का कर्ज
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बात-बात पर क्रोध से, बढ़ता मन-संताप।
बात-बात पर क्रोध से, बढ़ता मन-संताप।
डॉ.सीमा अग्रवाल
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
Vijay kumar Pandey
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Neeraj Agarwal
31 जुलाई और दो सितारे (प्रेमचन्द, रफ़ी पर विशेष)
31 जुलाई और दो सितारे (प्रेमचन्द, रफ़ी पर विशेष)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तब मानोगे
तब मानोगे
विजय कुमार नामदेव
उम्मींदें तेरी हमसे
उम्मींदें तेरी हमसे
Dr fauzia Naseem shad
मैं ना जाने क्या कर रहा...!
मैं ना जाने क्या कर रहा...!
भवेश
*जन्मदिवस (बाल कविता)*
*जन्मदिवस (बाल कविता)*
Ravi Prakash
गौर फरमाइए
गौर फरमाइए
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कया बताएं 'गालिब'
कया बताएं 'गालिब'
Mr.Aksharjeet
झूठ रहा है जीत
झूठ रहा है जीत
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
Ranjeet kumar patre
■ मंगलमय हो अष्टमी
■ मंगलमय हो अष्टमी
*Author प्रणय प्रभात*
प्रतिश्रुति
प्रतिश्रुति
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सच्चा मन का मीत वो,
सच्चा मन का मीत वो,
sushil sarna
🚩 वैराग्य
🚩 वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
अहसान का दे रहा हूं सिला
अहसान का दे रहा हूं सिला
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शातिर हवा के ठिकाने बहुत!
शातिर हवा के ठिकाने बहुत!
Bodhisatva kastooriya
Loading...