Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Apr 2024 · 1 min read

कान का कच्चा

कान का कच्चा ठीक नहीं
ओ सुन लो मेरे प्यारे,
आसमान से कोई ला नहीं सकते
तोड़ के चाँद-सितारे।

कहने वाले तो कह जाते हैं
कई उल्टी-पुल्टी बातें,
सुनो समझो विवेक जगाओ
मानव होने के नाते।

प्रकाशित कृति : पंखों वाला घोड़ा
बाल कविता संग्रह से चन्द पंक्तियाँ,,,

डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति

1 Like · 1 Comment · 18 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
तुम जिसे झूठ मेरा कहते हो
तुम जिसे झूठ मेरा कहते हो
Shweta Soni
खोल नैन द्वार माँ।
खोल नैन द्वार माँ।
लक्ष्मी सिंह
प्यार और विश्वास
प्यार और विश्वास
Harminder Kaur
*कभी जिंदगी अच्छी लगती, कभी मरण वरदान है (गीत)*
*कभी जिंदगी अच्छी लगती, कभी मरण वरदान है (गीत)*
Ravi Prakash
🤔कौन हो तुम.....🤔
🤔कौन हो तुम.....🤔
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
नाव मेरी
नाव मेरी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपने सुख के लिए, दूसरों को कष्ट देना,सही मनुष्य पर दोषारोपण
अपने सुख के लिए, दूसरों को कष्ट देना,सही मनुष्य पर दोषारोपण
विमला महरिया मौज
*प्यार तो होगा*
*प्यार तो होगा*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
समझदार तो मैं भी बहुत हूँ,
समझदार तो मैं भी बहुत हूँ,
डॉ. दीपक मेवाती
तेरी धरती का खा रहे हैं हम
तेरी धरती का खा रहे हैं हम
नूरफातिमा खातून नूरी
प्रेम पर शब्दाडंबर लेखकों का / MUSAFIR BAITHA
प्रेम पर शब्दाडंबर लेखकों का / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
याद आती है
याद आती है
Er. Sanjay Shrivastava
हर सफ़र ज़िंदगी नहीं होता
हर सफ़र ज़िंदगी नहीं होता
Dr fauzia Naseem shad
संसार का स्वरूप (2)
संसार का स्वरूप (2)
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
नीलेश
नीलेश
Dhriti Mishra
मुस्कान है
मुस्कान है
Dr. Sunita Singh
प्रणय 3
प्रणय 3
Ankita Patel
A heart-broken Soul.
A heart-broken Soul.
Manisha Manjari
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
Rj Anand Prajapati
अपेक्षा किसी से उतनी ही रखें
अपेक्षा किसी से उतनी ही रखें
Paras Nath Jha
2958.*पूर्णिका*
2958.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
धर्म निरपेक्षता
धर्म निरपेक्षता
ओनिका सेतिया 'अनु '
When life  serves you with surprises your planning sits at b
When life serves you with surprises your planning sits at b
Nupur Pathak
तुम जख्म देती हो; हम मरहम लगाते हैं
तुम जख्म देती हो; हम मरहम लगाते हैं
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
मेरे ख्याल से जीवन से ऊब जाना भी अच्छी बात है,
मेरे ख्याल से जीवन से ऊब जाना भी अच्छी बात है,
पूर्वार्थ
यति यतनलाल
यति यतनलाल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Exploring the Vast Dimensions of the Universe
Exploring the Vast Dimensions of the Universe
Shyam Sundar Subramanian
"चार दिन की चांदनी है दोस्तों।
*Author प्रणय प्रभात*
"मैं एक पिता हूँ"
Pushpraj Anant
Loading...