बिजली रानी से मैंने प्यार किया
खुद के दामन को तार तार किया
बिजली रानी से मैंने प्यार किया
है भरोसा न आने जाने का
मनचली का क्यूँ एतबार किया
मेरे घर का पता भी भूल गई
जो न पेमेंट माहवार किया
चल रही अबतलक दवा मेरी
सिर्फ टच इसको एक बार किया
सिर्फ ‘आकाश’ मैं नहीं आशिक़
इसने सबको ही बेकरार किया
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 24/02/2023