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10 May 2020 · 1 min read

बिखराव

[4/20, 7:20 AM] Dr Naresh Kumar Sagar: ए कोरोना जातें जातें, एक काम ये भी कर जा।
मेरे देश के भ्रष्ट नेताओं का, काम तमाम कर जा।।
== डॉ.नरेश कुमार “सागर”
20/04/2020
[4/20, 8:48 AM] Dr Naresh Kumar Sagar: पास हूं पर दूरीयां लम्बी बहुत है।
वक़्त की सज़ा को ऐसे भुगत रहे हैं।।
[4/20, 3:50 PM] Dr Naresh Kumar Sagar: एक एक रिश्ते को हमनें भाप लिया।
उनकी झूंठ की गहराई को नाप लिया।।
मुशीवतें आनी भी लाज़मी है “सागर”!
इन्हीं के चलतें कितनों को आज झांक लिया।।
बेख़ौफ़ शायर/ गीतकार/ लेखक/ चिंतक…
डॉ. नरेश कुमार “सागर”
[4/20, 3:54 PM] Dr Naresh Kumar Sagar: भाई बनकर विभिषण की तरहा डसतें है।
वक्त देखकर यहां हर रोज लोग बदलते हैं।।
[4/20, 5:41 PM] Dr Naresh Kumar Sagar: मेरी आवाज बोलतीं है सच को ।
झूंठ को जो सच का आईना दिखा देती है।।
[4/20, 5:41 PM] Dr Naresh Kumar Sagar: मुश्किलें सब राज खोल जातीं है।
झूठे रिश्तों की पोल खोल जाती है।।
इनसे घबराना भी भला कैसा “सागर”!
अपने पराये को ये पल में तौल जातीं है।।
बेख़ौफ़ शायर/ गीतकार/ लेखक/ चिंतक…
डॉ. नरेश “सागर”
[4/20, 5:42 PM] Dr Naresh Kumar Sagar: मेरी तस्वीर मेरा अंदाज बता देती है।
मेरी कलम मेरा तासीर बता देती है।।
मेरी आवाज बताती हैं मेरे सच की ताक़त।
झूठ और फरेब को जो औकात दिखा देती है।।
बेख़ौफ़ शायर /गीतकार /लेखक/ चिंतक .…..
डॉ. नरेश कुमार “सागर”
19/04/2020

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 478 Views
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