बाधा को ‘चल हट’ कहता है,
बाधा को ‘चल हट’ कहता है,
बनता वही जो सब सहता है।
जब तक गहना नहीं बन जाता,
स्वर्ण अगन तपता रहता है।
सतीश सृजन, लखनऊ.
बाधा को ‘चल हट’ कहता है,
बनता वही जो सब सहता है।
जब तक गहना नहीं बन जाता,
स्वर्ण अगन तपता रहता है।
सतीश सृजन, लखनऊ.