Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2022 · 1 min read

बहुत पास आकर

किस्मत के हाथों यूं मजबूर होना ।
बहुत पास आकर बहुत दूर होना ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
7 Likes · 1 Comment · 286 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
'ਸਾਜਿਸ਼'
'ਸਾਜਿਸ਼'
विनोद सिल्ला
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
सत्य कुमार प्रेमी
"ओस की बूंद"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
आप इतना
आप इतना
Dr fauzia Naseem shad
कर्म
कर्म
इंजी. संजय श्रीवास्तव
विश्व जनसंख्या दिवस
विश्व जनसंख्या दिवस
Paras Nath Jha
सूरज ढल रहा हैं।
सूरज ढल रहा हैं।
Neeraj Agarwal
पश्चाताप
पश्चाताप
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माँ तेरे चरणों मे
माँ तेरे चरणों मे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
* जिन्दगी की राह *
* जिन्दगी की राह *
surenderpal vaidya
हिंदी क्या है
हिंदी क्या है
Ravi Shukla
दौड़ते ही जा रहे सब हर तरफ
दौड़ते ही जा रहे सब हर तरफ
Dhirendra Singh
एकतरफा सारे दुश्मन माफ किये जाऐं
एकतरफा सारे दुश्मन माफ किये जाऐं
Maroof aalam
All your thoughts and
All your thoughts and
Dhriti Mishra
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
पग न अब पीछे मुड़ेंगे...
पग न अब पीछे मुड़ेंगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
आकलन करने को चाहिए सही तंत्र
आकलन करने को चाहिए सही तंत्र
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जानें क्युँ अधूरी सी लगती है जिंदगी.
जानें क्युँ अधूरी सी लगती है जिंदगी.
शेखर सिंह
सिर्फ़ सवालों तक ही
सिर्फ़ सवालों तक ही
पूर्वार्थ
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
Brijpal Singh
23/02.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/02.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
गुम सूम क्यूँ बैठी हैं जरा ये अधर अपने अलग कीजिए ,
गुम सूम क्यूँ बैठी हैं जरा ये अधर अपने अलग कीजिए ,
Sukoon
आज हैं कल हम ना होंगे
आज हैं कल हम ना होंगे
DrLakshman Jha Parimal
*गलतफहमी*
*गलतफहमी*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
■ क़तआ (मुक्तक)
■ क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
"अन्दर ही अन्दर"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम घर से मत निकलना - दीपक नीलपदम्
तुम घर से मत निकलना - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
काश
काश
हिमांशु Kulshrestha
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*महाराज श्री अग्रसेन को, सौ-सौ बार प्रणाम है  【गीत】*
*महाराज श्री अग्रसेन को, सौ-सौ बार प्रणाम है 【गीत】*
Ravi Prakash
Loading...