-- धरती फटेगी जरूर --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
24-खुद के लहू से सींच के पैदा करूँ अनाज
दिल रंज का शिकार है और किस क़दर है आज
राजनीति के क़ायदे,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जिंदा है धर्म स्त्री से ही
मजा मुस्कुराने का लेते वही...
दिल में दबे कुछ एहसास है....
देश के खातिर दिया जिन्होंने, अपना बलिदान
जल
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सुन्दरता की कमी को अच्छा स्वभाव पूरा कर सकता है,
कैसा विकास और किसका विकास !
ठण्डी राख़ - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मित्र, चित्र और चरित्र बड़े मुश्किल से बनते हैं। इसे सँभाल क
//खलती तेरी जुदाई//
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'