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12 Sep 2021 · 1 min read

बरखा रानी की असीमित कृपा वृष्टि

अरे बरखा रानी ! तूने तो हद कर दी ।
बरस बरस के पूरी नगरी तालाब कर दी ।
अब बस भी कर अभी और कृपा वृष्टि न बरसा ,
तेरी सीमा से अधिक कृपाओ ने ,
हमारी हालत पतली कर दी।

Language: Hindi
211 Views
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