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29 Mar 2024 · 1 min read

मुद्दत से तेरे शहर में आना नहीं हुआ

मुद्दत से तेरे शहर में आना नहीं हुआ
रस्म ए ताल्लुक निभाना नहीं हुआ,
सोचा था उसकी एक झलक देख आऊंगी
मसरूफियत थी इतनी कि जाना नहीं हुआ

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