Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2021 · 1 min read

बनिहारिनें

धान रोपने जाती
बनिहारिनों की कतारें
भींगतीं जातीं, गाती जातीं
गीत….जो बरसो से है
उनके होंटों पर
ओर हर साल की बारिश में
मचल उठते है ये गीत
और गूंजता हैं गांव
बारिश की धुनों के साथ
बनिहारिनों के इन गीतों से
जिनमें सुर के साथ
मान मनुहार और कुछ
नमकीन, खट्टी झड़प
जिन पर अक्सर
खिलखिला उठती ये बनिहारिने,
मैं अपने घर में बैठी
सुनती हूँ अक्सर जाती हुई,
गाती हुई बनिहारिनों के
ये मधुर आंचलिक गीत
जो कितना मधुर, सुरीला
बरखा का छनकता गीत
ये बनिहारिने अगर न समोती
अपनी संस्कृति तो ,
कितनी सूनी होती बारिश
कितने वीराने होते खेत,
मेरे गांव की ये बनिहारिने
जैसे जान डाल देती हैं
बारिश को और शीतल
और मधुर बनाने को
ये बनिहारिने…

2 Likes · 4 Comments · 433 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तभी तो असाधारण ये कहानी होगी...!!!!!
तभी तो असाधारण ये कहानी होगी...!!!!!
Jyoti Khari
आपका बुरा वक्त
आपका बुरा वक्त
Paras Nath Jha
"यात्रा संस्मरण"
Dr. Kishan tandon kranti
पिता पर एक गजल लिखने का प्रयास
पिता पर एक गजल लिखने का प्रयास
Ram Krishan Rastogi
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शिक्षक
शिक्षक
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष: इसकी वर्तमान स्थिति और भविष्य में शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष: इसकी वर्तमान स्थिति और भविष्य में शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Dr Archana Gupta
जिन्दगी की पाठशाला
जिन्दगी की पाठशाला
Ashokatv
2333.पूर्णिका
2333.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
Surinder blackpen
मौसम मौसम बदल गया
मौसम मौसम बदल गया
The_dk_poetry
न हम नजर से दूर है, न ही दिल से
न हम नजर से दूर है, न ही दिल से
Befikr Lafz
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
Rj Anand Prajapati
আজ চারপাশ টা কেমন নিরব হয়ে আছে
আজ চারপাশ টা কেমন নিরব হয়ে আছে
Sukoon
गीत.......✍️
गीत.......✍️
SZUBAIR KHAN KHAN
मेरी जाति 'स्वयं ' मेरा धर्म 'मस्त '
मेरी जाति 'स्वयं ' मेरा धर्म 'मस्त '
सिद्धार्थ गोरखपुरी
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
खूब रोता मन
खूब रोता मन
Dr. Sunita Singh
जब जब जिंदगी में  अंधेरे आते हैं,
जब जब जिंदगी में अंधेरे आते हैं,
Dr.S.P. Gautam
'सफलता' वह मुकाम है, जहाँ अपने गुनाहगारों को भी गले लगाने से
'सफलता' वह मुकाम है, जहाँ अपने गुनाहगारों को भी गले लगाने से
satish rathore
बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
DrLakshman Jha Parimal
शायरी 1
शायरी 1
SURYA PRAKASH SHARMA
दीवाली शुभकामनाएं
दीवाली शुभकामनाएं
kumar Deepak "Mani"
परोपकार
परोपकार
Neeraj Agarwal
*आबादी कैसे रुके, आओ करें विचार (कुंडलिया)*
*आबादी कैसे रुके, आओ करें विचार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
🙅मतगणना🙅
🙅मतगणना🙅
*प्रणय प्रभात*
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*धनतेरस का त्यौहार*
*धनतेरस का त्यौहार*
Harminder Kaur
चलो चाय पर करने चर्चा।
चलो चाय पर करने चर्चा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
Loading...