Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Aug 2022 · 1 min read

ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी

ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी, पहले खुद को आंक।
इधर उधर क्यों झांकते, अपने अंदर झांक ।
दिल में है कचरा भरा, सड़ा हुआ मस्तिष्क-
खुद की लुंगी है फटी, उसको पहले टांक।।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

1 Like · 1 Comment · 176 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
*सत्य*
*सत्य*
Shashi kala vyas
विश्व जनसंख्या दिवस
विश्व जनसंख्या दिवस
Bodhisatva kastooriya
Sometimes words are not as desperate as feelings.
Sometimes words are not as desperate as feelings.
Sakshi Tripathi
वो नौजवान राष्ट्रधर्म के लिए अड़ा रहा !
वो नौजवान राष्ट्रधर्म के लिए अड़ा रहा !
जगदीश शर्मा सहज
स्वार्थ से परे !!
स्वार्थ से परे !!
Seema gupta,Alwar
पुलवामा शहीद दिवस
पुलवामा शहीद दिवस
Ram Krishan Rastogi
सुनले पुकार मैया
सुनले पुकार मैया
Basant Bhagawan Roy
यदि कोई अपनी इच्छाओं और आवश्यकताओं से मुक्त हो तो वह मोक्ष औ
यदि कोई अपनी इच्छाओं और आवश्यकताओं से मुक्त हो तो वह मोक्ष औ
Ms.Ankit Halke jha
*मरने का हर मन में डर है (हिंदी गजल)*
*मरने का हर मन में डर है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
अनोखा दौर
अनोखा दौर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
2318.पूर्णिका
2318.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सपनो का शहर इलाहाबाद /लवकुश यादव
सपनो का शहर इलाहाबाद /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
कभी धूप तो कभी बदली नज़र आयी,
कभी धूप तो कभी बदली नज़र आयी,
Rajesh Kumar Arjun
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
■ धन्य हो मूर्धन्यों!
■ धन्य हो मूर्धन्यों!
*Author प्रणय प्रभात*
न्याय तो वो होता
न्याय तो वो होता
Mahender Singh
जिन्होंने भारत को लूटा फैलाकर जाल
जिन्होंने भारत को लूटा फैलाकर जाल
Rakesh Panwar
होली आयी होली आयी
होली आयी होली आयी
Rita Singh
दोस्ती का एहसास
दोस्ती का एहसास
Dr fauzia Naseem shad
बेशक हुआ इस हुस्न पर दीदार आपका।
बेशक हुआ इस हुस्न पर दीदार आपका।
Phool gufran
सरकारी नौकरी में, मौज करना छोड़ो
सरकारी नौकरी में, मौज करना छोड़ो
gurudeenverma198
किसी की गलती देखकर तुम शोर ना करो
किसी की गलती देखकर तुम शोर ना करो
कवि दीपक बवेजा
माँ-बाप
माँ-बाप
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
Parents-just an alarm
Parents-just an alarm
Sukoon
चलते जाना
चलते जाना
अनिल कुमार निश्छल
मिर्जा पंडित
मिर्जा पंडित
Harish Chandra Pande
थाल सजाकर दीप जलाकर रोली तिलक करूँ अभिनंदन ‌।
थाल सजाकर दीप जलाकर रोली तिलक करूँ अभिनंदन ‌।
Neelam Sharma
सच्ची  मौत
सच्ची मौत
sushil sarna
💐प्रेम कौतुक-97💐
💐प्रेम कौतुक-97💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कान का कच्चा
कान का कच्चा
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...