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7 Jan 2021 · 1 min read

बना घमंडी कोहरा

चुरा लिया है देखिए ,कुहरे ने फिर घाम ।
भरी दुपहरी भी लगे, हमें ढरकती शाम ।।

बना घमंडी कोहरा, . घटा धूप का मान ।
पडे दिखाई आज फिर,सूरज भी बेजान ।।
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 358 Views
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