बताने वाले बहुत है
** बताने वाले बहुत हैं ***
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तुम्हें चाहने वाले बहुत हैं
हमे जानने वाले बहुत हैं
तुम्हारे मन में कैसे अरमान
हमे बताने वाले बहुत हैं
हसरतों ने हमेशा ललचाया
ख्वाब दिखाने वाले बहुत हैं
तेरी राहों में बिछाते फूल
हमे रुलाने वाले बहुत हैं
तुम्हारे दीवानों की ना कमी
हमें सताने वाले बहुत हैं
मनसीरत पलकों पर बैठाएं
हमे गिराने वाले बहुत है
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)