Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Apr 2024 · 1 min read

बताइए

जात-बिरादर के नाम पर
मानव-मानव में
भेद किसने कराया?
लाल-लाल खूनों को
आपस में किसने लड़ाया?

पशुओं की बलि देना
किस धर्म का हिस्सा है?
कमजोरों को सताना
किस किताब का
खोया हुआ किस्सा है?

डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
बेस्ट पोएट ऑफ दि ईयर।

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 22 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
पितर पाख
पितर पाख
Mukesh Kumar Sonkar
💐प्रेम कौतुक-343💐
💐प्रेम कौतुक-343💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
कभी बारिश में जो भींगी बहुत थी
कभी बारिश में जो भींगी बहुत थी
Shweta Soni
दोहा छंद विधान
दोहा छंद विधान
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कितना प्यार
कितना प्यार
Swami Ganganiya
समय यात्रा: मिथक या वास्तविकता?
समय यात्रा: मिथक या वास्तविकता?
Shyam Sundar Subramanian
जज्बे का तूफान
जज्बे का तूफान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
यादों में ज़िंदगी को
यादों में ज़िंदगी को
Dr fauzia Naseem shad
"मुश्किल वक़्त और दोस्त"
Lohit Tamta
खुद में, खुद को, खुद ब खुद ढूंढ़ लूंगा मैं,
खुद में, खुद को, खुद ब खुद ढूंढ़ लूंगा मैं,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
तुम क्या हो .....
तुम क्या हो ....." एक राजा "
Rohit yadav
भूल गई
भूल गई
Pratibha Pandey
2316.पूर्णिका
2316.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कहानी घर-घर की
कहानी घर-घर की
Brijpal Singh
*मूर्तिकार के अमूर्त भाव जब,
*मूर्तिकार के अमूर्त भाव जब,
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
एक चिडियाँ पिंजरे में 
एक चिडियाँ पिंजरे में 
Punam Pande
हार जाती मैं
हार जाती मैं
Yogi B
मुझे कल्पनाओं से हटाकर मेरा नाता सच्चाई से जोड़ता है,
मुझे कल्पनाओं से हटाकर मेरा नाता सच्चाई से जोड़ता है,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
"You are still here, despite it all. You are still fighting
पूर्वार्थ
हुस्न अगर बेवफा ना होता,
हुस्न अगर बेवफा ना होता,
Vishal babu (vishu)
महाड़ सत्याग्रह
महाड़ सत्याग्रह
Shekhar Chandra Mitra
कुछ परछाईयाँ चेहरों से, ज़्यादा डरावनी होती हैं।
कुछ परछाईयाँ चेहरों से, ज़्यादा डरावनी होती हैं।
Manisha Manjari
ना मसले अदा के होते हैं
ना मसले अदा के होते हैं
Phool gufran
पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का।
पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का।
Taj Mohammad
The life of an ambivert is the toughest. You know why? I'll
The life of an ambivert is the toughest. You know why? I'll
Sukoon
कहानी ....
कहानी ....
sushil sarna
*जो भी अपनी खुशबू से इस, दुनिया को महकायेगा (हिंदी गजल)*
*जो भी अपनी खुशबू से इस, दुनिया को महकायेगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
लाल उठो!!
लाल उठो!!
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
विजयी
विजयी
Raju Gajbhiye
Loading...