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13 Dec 2021 · 1 min read

बचपन

छल ना कपट
ना मैला मन
ना किसी से किसी को थी जलन
कितना प्यारा था बचपन

इर्ष्या, द्वेष, वैर, भाव ना था
जीवन में कोई तनाव ना था
ना दिल में थी कोई उलझन
कितना प्यारा था बचपन

पल में लडना पल में झगड़ना
खुश होकर फिर साथ में चलना
नहीं रहती थी कभी अनबन
कितना प्यारा था बचपन

राजीव रोहतासी
मो-8210666825
9103279819

Language: Hindi
619 Views
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