बचपन
हम तो रहना चाहते थे दिल में तुम्हारे,
अपनो की तरह।
लेकिन तुम ने निकाल दिया दिल से मुझे,
गैरो की तरह।
तुम्हारे दिल में हमारा मुकां सिर्फ इतना ही था,
इसलिए तो निकाल दिया किरायेदारो की तरह
आपका अपना
लक्की सिंह चौहान
बनेड़ा (राजपुर)
हम तो रहना चाहते थे दिल में तुम्हारे,
अपनो की तरह।
लेकिन तुम ने निकाल दिया दिल से मुझे,
गैरो की तरह।
तुम्हारे दिल में हमारा मुकां सिर्फ इतना ही था,
इसलिए तो निकाल दिया किरायेदारो की तरह
आपका अपना
लक्की सिंह चौहान
बनेड़ा (राजपुर)