Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2024 · 1 min read

बचपन बनाम पचपन

किस्सा सुनिए बचपन का
और साथ ही पचपन का

खेलो खाओ बचपन में
बेफिक्री है बचपन में
बच्चों सा है पचपन में
अच्छों सा है पचपन में

माता-पिता का लाड़ दुलार
सब करते बच्चों से प्यार
पचपन के जब मिलते यार
आ जाती फिर बसंत बहार

बचपन पचपन का यह राज
अब मिल बैठे हैं दोनों आज
ओम् दोनों का यह अंदाज
बादशाह बन गए बेताज

ओमप्रकाश भारती ओम्
बालाघाट मध्यप्रदेश

Language: Hindi
1 Like · 49 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओमप्रकाश भारती *ओम्*
View all
You may also like:
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
सरकारी नौकरी
सरकारी नौकरी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
तुम आये हो तो बहारों ने मुझे घेर लिया ,
तुम आये हो तो बहारों ने मुझे घेर लिया ,
Neelofar Khan
🚩🚩
🚩🚩 "पं बृजेश कुमार नायक" का परिचय
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
दीया और बाती
दीया और बाती
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
कैसा अजीब है
कैसा अजीब है
हिमांशु Kulshrestha
*रामलला त्रेता में जन्में, पूर्ण ब्रह्म अवतार हैं (हिंदी गजल
*रामलला त्रेता में जन्में, पूर्ण ब्रह्म अवतार हैं (हिंदी गजल
Ravi Prakash
सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है
सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है
Atul "Krishn"
बहराइच की घटना पर मिली प्रतिक्रियाओं से लग रहा है कि लोहिया
बहराइच की घटना पर मिली प्रतिक्रियाओं से लग रहा है कि लोहिया
गुमनाम 'बाबा'
,,,,,,
,,,,,,
शेखर सिंह
पल परिवर्तन
पल परिवर्तन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मुस्कुराना एक कला हैं
मुस्कुराना एक कला हैं
Rituraj shivem verma
अमृत मयी गंगा जलधारा
अमृत मयी गंगा जलधारा
Ritu Asooja
औरत को बनाया तूने बहुत सोच-समझकर,
औरत को बनाया तूने बहुत सोच-समझकर,
Ajit Kumar "Karn"
3420⚘ *पूर्णिका* ⚘
3420⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
शादी वो पिंजरा है जहा पंख कतरने की जरूरत नहीं होती
शादी वो पिंजरा है जहा पंख कतरने की जरूरत नहीं होती
Mohan Bamniya
गणेश वंदना
गणेश वंदना
Bodhisatva kastooriya
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
माँ
माँ
SHAMA PARVEEN
दो जून की रोटी
दो जून की रोटी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कभी हक़
कभी हक़
Dr fauzia Naseem shad
तेरी मुस्कान होती है
तेरी मुस्कान होती है
Namita Gupta
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"स्पीड ब्रेकर"
Dr. Kishan tandon kranti
सबसे नालायक बेटा
सबसे नालायक बेटा
आकांक्षा राय
रोटी का कद्र वहां है जहां भूख बहुत ज्यादा है ll
रोटी का कद्र वहां है जहां भूख बहुत ज्यादा है ll
Ranjeet kumar patre
ये कैसे रिश्ते है
ये कैसे रिश्ते है
shabina. Naaz
इंतज़ार के दिन लम्बे हैं मगर
इंतज़ार के दिन लम्बे हैं मगर
Chitra Bisht
कलयुगी संसार
कलयुगी संसार
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...