बचपन और गांव
कागज़ कि कस्ती बारिस का पानी गलियों मोहल्लों कि लम्हों कि दरिया ख्वाबों ख़यालों का ही समन्दर् !!
सावन कि रिम झिम भीगा वदन सांसों में गर्मी दिल धड़कन कि धक धक मोहब्बत कि मस्ती का हमसफर !!
चाँद कि चाँदनी मद्धम सर्द हवाए जुल्फों का हिजाब मौसम खूबसूरत चाँद कि बेकरारी का इंतजार!!
कोयल कि कु कु मुर्गे कि वान इंतज़ार में बदलते करवतो कि मुराद जिंदगी के सुबह कि आशा का सफर !!
पीपल कि छाँव हरियाली खुशहाली का रास्ता वास्ता नदिया की धारा तूफा नादान दिल कि पुकार नादा दिल कि चाहत का कारवां मुकद्दर !!
चला जाता यूं ही, चाहत के तरानों में नहीं किसी रिश्ते का एकरार !!
नज़रों का बया उसका नंगे पाव का अंदाज़ बेकरारी बहाना नदी के किनारों का मिलने की चाहत में चलना साथ साथ बचपन कि चाहत याराना !!
त्योहारों में तीरछी कातिल नज़र खास बिना पीए ही नशा लाख पैमाने का जुनून मुबारक कदमों कि हलचल खुशियां ।।
होली का रंगीन चेहरा दिवाली का रौशन चेहरा ईद का मुस्कान चेहरा मेलों में संग नाज़ चेहरा अरमानों का साथ चेहरा उम्मीद का चिराग चेहरा!!
स्कूल में साथ साथ जाना क्लास में छुप छुप निगाहों का मिलना गुरुओं का गुस्सा एक दूजे कि कम्मो के इम्तेहा इम्तेहान का कश्मकश!!
माँ बाप कि नाराजगी का किस्सा कभी डर से लम्हा भी सदियों के जैसा!!
छुट्टी के दिन चमन बहार लम्हों का आईना आम के बाग तपती दोपहर से शाम ना ख़त्म होने वाली बात का सिलसिला लगातार !!
शादियों कि बरातो मैं सजना, सवरना दुनिया कि चाहत का ताना बाना ।।
भैया की भाभी आती दीदी जीजा संग जाती बचपन कि अनजानी कशिश मुझसे ही करती सवाल ।।
बितेगा हर लम्हा तेरे संग दुनिया के ख्वाब सजाते आएग कोई सहजादा ले जाएगा मुझको तोड़ के बचपन के रिश्ते नाते!!
क्या कहूं मै बचपन कि शोखी शरारत या कमसिन नदा नाजुक भोली का धोखा प्यार या जिंदगी कि यादें जीने का बहाना अफसाना !!