बघेली मुक्तक
हम आपनि सगली दौलति हुअई छोड़ि आयेन
खइत त हयेन पई पिआसि हुअई छोड़ि आयेन
देखित हयेन कब तक जिअब अबे अऊर ‘व्यथित ‘
काहे से हम त आयेन पई करेजा हुअई छोड़ि आयेन।
हेमंत गौतम
हम आपनि सगली दौलति हुअई छोड़ि आयेन
खइत त हयेन पई पिआसि हुअई छोड़ि आयेन
देखित हयेन कब तक जिअब अबे अऊर ‘व्यथित ‘
काहे से हम त आयेन पई करेजा हुअई छोड़ि आयेन।
हेमंत गौतम