Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2023 · 1 min read

— फूलों से सीखो —

सुख हो या हो दुःख
साथ निभाना सीखाते हैं
यह फूल हैं जो चुपचाप
जहाँ चढ़ा दो, वहीँ
खुद की भेंट चढ़ा देते हैं

कांटो में खिल कर
मुस्कुराना सीखाते हैं
कैसी जीवन की लीला है
फिर भी वहां मुस्कुराते हैं
अपने मन की बात किसी ने
नही कभी कह पाते हैं

माला में पिरो दो
या एक एक पत्त्ती
से अलग थलग कर दो
यह मीठी मुस्कान से
सब को जीना सीखते हैं
कितन यह सीखाते हैं , पर
लोग फिर भी नही सीख पाते हैं

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
88 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
योगा डे सेलिब्रेशन
योगा डे सेलिब्रेशन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मेघ
मेघ
Rakesh Rastogi
23/15.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/15.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कलम वो तलवार है ,
कलम वो तलवार है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
माणुष
माणुष
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
सभी भगवान को प्यारे हो जाते हैं,
सभी भगवान को प्यारे हो जाते हैं,
Manoj Mahato
तेरा एहसास
तेरा एहसास
Dr fauzia Naseem shad
*माँ : 7 दोहे*
*माँ : 7 दोहे*
Ravi Prakash
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
Jitendra Chhonkar
वनिता
वनिता
Satish Srijan
कर बैठे कुछ और हम
कर बैठे कुछ और हम
Basant Bhagawan Roy
श्री रामलला
श्री रामलला
Tarun Singh Pawar
आविष्कार एक स्वर्णिम अवसर की तलाश है।
आविष्कार एक स्वर्णिम अवसर की तलाश है।
Rj Anand Prajapati
नारी के सोलह श्रृंगार
नारी के सोलह श्रृंगार
Dr. Vaishali Verma
गुरुर ज्यादा करोगे
गुरुर ज्यादा करोगे
Harminder Kaur
"निक्कू खरगोश"
Dr Meenu Poonia
मैं हूं न ....@
मैं हूं न ....@
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
* ज्योति जगानी है *
* ज्योति जगानी है *
surenderpal vaidya
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
जीवन समर्पित करदो.!
जीवन समर्पित करदो.!
Prabhudayal Raniwal
क्या कहें?
क्या कहें?
Srishty Bansal
भीड़ में हाथ छोड़ दिया....
भीड़ में हाथ छोड़ दिया....
Kavita Chouhan
वो बदल रहे हैं।
वो बदल रहे हैं।
Taj Mohammad
थोड़ा  ठहर   ऐ  ज़िन्दगी
थोड़ा ठहर ऐ ज़िन्दगी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Hum bhi rang birange phoolo ki tarah hote
Hum bhi rang birange phoolo ki tarah hote
Sakshi Tripathi
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अजर अमर सतनाम
अजर अमर सतनाम
Dr. Kishan tandon kranti
खुद से मुहब्बत
खुद से मुहब्बत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दोहा मुक्तक -*
दोहा मुक्तक -*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...