फल और मेवे
गर्म हवा के थपेड़े हों या फिर शीत-लहर की ठिठुरन।
हर ऋतु में प्रभावित होता है, हम सबका तन व मन।
फल और मेवे पास रहे तो, सुहावना लगे हर मौसम।
संतुलित आहार रहे तो, न बिगड़े जीवन की सरगम।
पौष्टिकता से भरे पड़े हैं, लाभदायक अनार के दाने।
हम तो ढूॅंढ़ ही लेते हैं, इस फल को खाने के बहाने।
मुख-द्वार से आमाशय तक, छाई आम की मिठास।
आम्र व दूध अमृत हैं, यह सीख रखना अपने पास।
सेब का रस पीते हुए, अधिकांश रोग मिट जाते हैं।
फिर तो स्वयं रोगी भी, निरोग का यश पा जाते हैं।
जीभ में हलचल करे, अलबेले अनानास का स्वाद।
काले नमक के होने से, सुलझे अपच जैसा विवाद।
गुच्छे में भी गुण न खोना, यही है अंगूर की खूबी।
इसलिए इसका दाना-दाना, दे हमें ताकत अजूबी।
सारे जग को ज़ाहिर है, अमरूद के फल के लाभ।
यह पाचन-तंत्र में करे, गज़ब के फ़ायदे बेहिसाब।
स्वस्थ उदर व निखरी त्वचा हेतु, सेवन करना बेर।
रक्तचाप भी सुधरेगा, रोग-प्रतिरोध में न होगी देर।
ऊर्जा से भरपूर हैं, संतरा-मौसंबी जैसे खट्टे फल।
इनके भोजन में होने से, होता हर आहार सकल।
फलों के समान लाभकारी हैं, समस्त कच्चे फल।
भोजन में इनका समागम, कभी होता न विफल।
जो फल व सूखे मेवे खाएं, रहेंगे बलिष्ठ व चपल।
जीवन के हर क्षेत्र में, वे सभी रहेंगे सदा सफल।