Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Nov 2023 · 1 min read

गजल

भावनाओं को छुपाना आ गया,
बे-जुबानों का ज़माना आ गया।

शाम से ठण्डी हवा चलने लगी,
सर्द मौसम भी सुहाना आ गया।

नाविकों!तूफ़ां मचलकर थम गया,
सामने देखो… मुहाना आ गया ।

चूमकर हमने खुशी से लब छुये,
आपको पलकें झुकाना आ गया।

जीत की पहली ख़बर वो दे गया,
और उनको मुस्कुराना आ गया।

आप भी करने लगे चमचागिरी !
आपको भी मार खाना आ गया।

बात वो करते नहीं दिल से सहज,
फ़ासले उनको बनाना आ गया।

(जगदीश शर्मा सहज)

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 136 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पसोपेश,,,उमेश के हाइकु
पसोपेश,,,उमेश के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सफ़र है बाकी (संघर्ष की कविता)
सफ़र है बाकी (संघर्ष की कविता)
Dr. Kishan Karigar
बड़ा मन करऽता।
बड़ा मन करऽता।
जय लगन कुमार हैप्पी
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
डूबा हर अहसास है, ज्यों अपनों की मौत
डूबा हर अहसास है, ज्यों अपनों की मौत
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
You cannot feel me because
You cannot feel me because
Sakshi Tripathi
मैं तेरी पहचान हूँ लेकिन
मैं तेरी पहचान हूँ लेकिन
Shweta Soni
When you remember me, it means that you have carried somethi
When you remember me, it means that you have carried somethi
पूर्वार्थ
ग़ज़ल -
ग़ज़ल -
Mahendra Narayan
*अब हिंद में फहराएगा, हर घर तिरंगा (हिंदी गजल)*
*अब हिंद में फहराएगा, हर घर तिरंगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
इस ठग को क्या नाम दें
इस ठग को क्या नाम दें
gurudeenverma198
जिंदगी मौत तक जाने का एक कांटो भरा सफ़र है
जिंदगी मौत तक जाने का एक कांटो भरा सफ़र है
Rekha khichi
इतिहास
इतिहास
श्याम सिंह बिष्ट
मई दिवस
मई दिवस
Neeraj Agarwal
किस गुस्ताखी की जमाना सजा देता है..
किस गुस्ताखी की जमाना सजा देता है..
कवि दीपक बवेजा
सुविचार
सुविचार
Dr MusafiR BaithA
इन आँखों में इतनी सी नमी रह गई।
इन आँखों में इतनी सी नमी रह गई।
लक्ष्मी सिंह
"दूल्हन का घूँघट"
Ekta chitrangini
हिन्दी दोहा बिषय- सत्य
हिन्दी दोहा बिषय- सत्य
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
होली आई रे
होली आई रे
Mukesh Kumar Sonkar
इश्क़ का असर
इश्क़ का असर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
दोहे - नारी
दोहे - नारी
sushil sarna
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
कृष्णकांत गुर्जर
वो दो साल जिंदगी के (2010-2012)
वो दो साल जिंदगी के (2010-2012)
Shyam Pandey
ख़्वाबों की दुनिया
ख़्वाबों की दुनिया
Dr fauzia Naseem shad
भले ही भारतीय मानवता पार्टी हमने बनाया है और इसका संस्थापक स
भले ही भारतीय मानवता पार्टी हमने बनाया है और इसका संस्थापक स
Dr. Man Mohan Krishna
मेरे प्रेम पत्र 3
मेरे प्रेम पत्र 3
विजय कुमार नामदेव
यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे?
यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे?
'अशांत' शेखर
23/37.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/37.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...