” फरिश्ते “
” फरिश्ते ”
अपने फर्ज औ’ ईमान की खातिर
खुद कुर्बान हो जाते हैं,
कभी वतन पर आँच न आने देते
सच्चे फरिश्ते कहलाते हैं।
” फरिश्ते ”
अपने फर्ज औ’ ईमान की खातिर
खुद कुर्बान हो जाते हैं,
कभी वतन पर आँच न आने देते
सच्चे फरिश्ते कहलाते हैं।