Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2023 · 1 min read

फकत की शिकायतें

तब यादें ही होंगी उनके दिल की राहत के लिए
वो भी तरसेंगे इकदिन हमारी मुहब्बत के लिए

सोचता हूं .. सीने में, दिल नही रखता होगा पत्थर
कितनी शायरी लिखूं उनकी शिकायत के लिए
ये नही है फकत की शिकायतें, तारीफें लिखी हैं
कुछ जख्म भी छुपाकर रखे है दिखाने के लिए

उठेगा भरोसा, तो तन्हाई में मर जायेगा खुदा भी
आखिर कोई न होगा जब उसकी इबादत के लिए

110 Views

You may also like these posts

#गजल:-
#गजल:-
*प्रणय*
- आरजू -
- आरजू -
bharat gehlot
मेरे भी दिवाने है
मेरे भी दिवाने है
Pratibha Pandey
*जिंदगी के  हाथो वफ़ा मजबूर हुई*
*जिंदगी के हाथो वफ़ा मजबूर हुई*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दोस्त मेरी दुनियां
दोस्त मेरी दुनियां
Dr. Rajeev Jain
दुःख बांटने से दुःख ही मिलता है
दुःख बांटने से दुःख ही मिलता है
Sonam Puneet Dubey
वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai
वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai
Mohan Pandey
मज़दूर
मज़दूर
आशा शैली
जहां शिक्षा है वहां विवेक है, ज्ञान है।
जहां शिक्षा है वहां विवेक है, ज्ञान है।
Ravikesh Jha
पुश्तैनी दौलत
पुश्तैनी दौलत
Satish Srijan
बढ़ता उम्र घटता आयु
बढ़ता उम्र घटता आयु
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
Kanchan Khanna
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
सत्य कुमार प्रेमी
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-151से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे (लुगया)
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-151से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे (लुगया)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बड़ी बेतुकी सी ज़िन्दगी हम जिये जा रहे हैं,
बड़ी बेतुकी सी ज़िन्दगी हम जिये जा रहे हैं,
Shikha Mishra
रावण दहन
रावण दहन
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*बिरहा की रात*
*बिरहा की रात*
Pushpraj Anant
Shankarlal Dwivedi passionately recites his poetry, with distinguished literary icons like Som Thakur and others gracing the stage in support
Shankarlal Dwivedi passionately recites his poetry, with distinguished literary icons like Som Thakur and others gracing the stage in support
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
परिमल पंचपदी-- वार्णिक (नवीन विधा)
परिमल पंचपदी-- वार्णिक (नवीन विधा)
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मेरे अल्फाज़
मेरे अल्फाज़
Dr fauzia Naseem shad
दोस्त
दोस्त
Shweta Soni
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
जरूरी तो नही
जरूरी तो नही
Ruchi Sharma
4286.💐 *पूर्णिका* 💐
4286.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
गलतफहमी
गलतफहमी
Sanjay ' शून्य'
उसने बात समझी नहीं।
उसने बात समझी नहीं।
Rj Anand Prajapati
आभ बसंती...!!!
आभ बसंती...!!!
Neelam Sharma
तुम आ जाओ एक बार.....
तुम आ जाओ एक बार.....
पूर्वार्थ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
seema sharma
"कभी-कभी"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...