Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Dec 2023 · 1 min read

मेरे अल्फाज़

तेरे दिल तक अगर पहुंच जाते ।
मेरे अल्फ़ाज़ मायने रखते ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
7 Likes · 183 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
जिंदगी तेरी हर अदा कातिलाना है।
जिंदगी तेरी हर अदा कातिलाना है।
Surinder blackpen
ग़ज़ल
ग़ज़ल
नितिन पंडित
ये गजल नही मेरा प्यार है
ये गजल नही मेरा प्यार है
Basant Bhagawan Roy
Gazal
Gazal
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
राजनीति का नाटक
राजनीति का नाटक
Shyam Sundar Subramanian
हार को तिरस्कार ना करें
हार को तिरस्कार ना करें
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
चेहरे के पीछे चेहरा और उस चेहरे पर भी नकाब है।
चेहरे के पीछे चेहरा और उस चेहरे पर भी नकाब है।
सिद्धार्थ गोरखपुरी
#देसी_ग़ज़ल
#देसी_ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
जाड़ा
जाड़ा
नूरफातिमा खातून नूरी
प्रेम एक सहज भाव है जो हर मनुष्य में कम या अधिक मात्रा में स
प्रेम एक सहज भाव है जो हर मनुष्य में कम या अधिक मात्रा में स
Dr MusafiR BaithA
खिल जाए अगर कोई फूल चमन मे
खिल जाए अगर कोई फूल चमन मे
shabina. Naaz
रिश्तों के
रिश्तों के
Dr fauzia Naseem shad
करते रहिए भूमिकाओं का निर्वाह
करते रहिए भूमिकाओं का निर्वाह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
क्रिकेट
क्रिकेट
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
मेरा भूत
मेरा भूत
हिमांशु Kulshrestha
चलो स्कूल
चलो स्कूल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां
मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां
Ram Krishan Rastogi
2247.
2247.
Dr.Khedu Bharti
What consumes your mind controls your life
What consumes your mind controls your life
पूर्वार्थ
करके घर की फ़िक्र तब, पंछी भरे उड़ान
करके घर की फ़िक्र तब, पंछी भरे उड़ान
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
फितरत न कभी सीखा
फितरत न कभी सीखा
Satish Srijan
कैसे हो हम शामिल, तुम्हारी महफ़िल में
कैसे हो हम शामिल, तुम्हारी महफ़िल में
gurudeenverma198
एक दिन में इस कदर इस दुनिया में छा जाऊंगा,
एक दिन में इस कदर इस दुनिया में छा जाऊंगा,
कवि दीपक बवेजा
कोशिश कर रहा हूँ मैं,
कोशिश कर रहा हूँ मैं,
Dr. Man Mohan Krishna
गाँव कुछ बीमार सा अब लग रहा है
गाँव कुछ बीमार सा अब लग रहा है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
*श्री विष्णु प्रभाकर जी के कर - कमलों द्वारा मेरी पुस्तक
*श्री विष्णु प्रभाकर जी के कर - कमलों द्वारा मेरी पुस्तक "रामपुर के रत्न" का लोकार्पण*
Ravi Prakash
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
Rituraj shivem verma
विनय
विनय
Kanchan Khanna
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
Keshav kishor Kumar
SADGURU IS TRUE GUIDE…
SADGURU IS TRUE GUIDE…
Awadhesh Kumar Singh
Loading...