प्रेम खुमारी
पावन सदा पुनीत मृदुल सा जहान हो
सुरभित पवन,रंगीन प्रकृति रूपवान हो
रिश्ते प्रगाढ़, प्रेम खुमारी बनी रहे
कोई न हो गरीब सभी का मकान हो।
पावन सदा पुनीत मृदुल सा जहान हो
सुरभित पवन,रंगीन प्रकृति रूपवान हो
रिश्ते प्रगाढ़, प्रेम खुमारी बनी रहे
कोई न हो गरीब सभी का मकान हो।