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27 Jul 2024 · 1 min read

“प्रश्न-शेष”

“प्रश्न-शेष”
घास-फूस और लकड़ियों के
अब बचे हैं अवशेष,
गाँवों में अब भी चेलिक हैं
और मोटियारिनें भी
मगर घोटुल में नहीं रहने से
रह जाता प्रश्न-शेष।

2 Likes · 2 Comments · 80 Views
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