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19 Feb 2024 · 1 min read

प्रथम संतति

पुत्री तुमने गोद में आकर मुझको कितना बड़ा बनाया
पहले तो मैं साधारण था तुमने ही तो पिता बनाया

सारी खुशियां भर दी तुमने आखिर मेरी झोली में
लेकिन मैं नादान कभी भी कुछ भी तुमको दे न पाया

है यही प्रार्थना ईश्वर से तुम जो कुछ चाहो तुम्हें मिले
जीवन हो भले तपोवन सा उसमें करुणा के फूल खिलें

Language: Hindi
72 Views
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