Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2022 · 1 min read

प्रकृति का मिलन

आज आंख खुलते ही मेरी
कुछ अद्भुत अहसास हुआ।
प्रात आज आनन्दमयी है
देखा बाहर उल्लास हुआ।
धरती की वो सघन प्रतीक्षा
वारिद से मिल पूर्ण हुई ।
महक उठी चहुं ओर मिलन की
आज सृष्टि सम्पूर्ण हुई ।
पेड़ों की शाखायें भी
झूम-झूम कर गाये गान ।
खग कलरव ने एकजुट होकर
दे दी उनको मीठी तान ।
कितनी तप्त परीक्षा देकर
पयोद आज यूं आन मिला ।
धरती, पोखर, नदियां, तरू
सब कुटुम्ब का साथ मिला ।
इसी मिलन के उत्सव का
आनन्द घुला चहुं दिशि चहुं ओर ।
धरा आज है पूर्ण यौवना
श्रृंगार सभी उसके बेजोड़ ।
बिखर रही थी धरा विकल सी
पा पयोद सब शान्त गात ।
ऐसे शान्त हुई है जैसे
आती उसको सबसे लाज ।
सूर्य देव भी दृश्य देखते
लेकर आसमान की ओट ।
वो भी समक्ष न आना चाहे
ले जाने को संग पयोद ।
आज कुटुम्ब है पूर्ण धरा का
गर्वित है उसका स्वाभिमान ।
आन मिला मेरा प्रिय मुझसे
भेद सभी पथ के अवधान ।
सुखद मिलन इस सृष्टि का
नयन देख पाते मन मोद ।
मत अधीर हो मन समझाता
हर वियोग का है संयोग ।

Language: Hindi
1 Like · 224 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Saraswati Bajpai
View all
You may also like:
चुनौती
चुनौती
Ragini Kumari
वो पहली पहली मेरी रात थी
वो पहली पहली मेरी रात थी
Ram Krishan Rastogi
मंजिल एक है
मंजिल एक है
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
लोभी चाटे पापी के गाँ... कहावत / DR. MUSAFIR BAITHA
लोभी चाटे पापी के गाँ... कहावत / DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
सुरक्षा
सुरक्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
सिद्धार्थ गोरखपुरी
चंद्रयान-3
चंद्रयान-3
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
■ स्वयं पर संयम लाभप्रद।
■ स्वयं पर संयम लाभप्रद।
*Author प्रणय प्रभात*
दौरे-हजीर चंद पर कलमात🌹🌹🌹🌹🌹🌹
दौरे-हजीर चंद पर कलमात🌹🌹🌹🌹🌹🌹
shabina. Naaz
दोगलापन
दोगलापन
Mamta Singh Devaa
★भारतीय किसान ★
★भारतीय किसान ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
Jitendra Chhonkar
प्रीतम के दोहे
प्रीतम के दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
चंदन माँ पन्ना की कल्पनाएँ
चंदन माँ पन्ना की कल्पनाएँ
Anil chobisa
तभी लोगों ने संगठन बनाए होंगे
तभी लोगों ने संगठन बनाए होंगे
Maroof aalam
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
Kumar lalit
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐प्रेम कौतुक-550💐
💐प्रेम कौतुक-550💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
संत गुरु नानक देवजी का हिंदी साहित्य में योगदान
संत गुरु नानक देवजी का हिंदी साहित्य में योगदान
Indu Singh
*चिंता चिता समान है*
*चिंता चिता समान है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वस हम पर
वस हम पर
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर
ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर
अनिल कुमार
सफर की यादें
सफर की यादें
Pratibha Pandey
3216.*पूर्णिका*
3216.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरी बातें दिल से न लगाया कर
मेरी बातें दिल से न लगाया कर
Manoj Mahato
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बदनसीब डायरी
बदनसीब डायरी
Dr. Kishan tandon kranti
फ़र्क़..
फ़र्क़..
Rekha Drolia
यूँ तो समुंदर बेवजह ही बदनाम होता है
यूँ तो समुंदर बेवजह ही बदनाम होता है
'अशांत' शेखर
नींद और ख्वाब
नींद और ख्वाब
Surinder blackpen
Loading...