प्रकाश
जी रहे हो
बस एक सहारे के सहारे,
चलते हुए पथ पर
उमंगें में थके हारे।
मृत्यु रूपी अटल
भयावहता से डरो मत प्यारे
सच्चाई का दृढ़ता से करो सामना
मैदान विजय का हीं हो कामना
घुप्प अंधेरे में
आशा की एक नई लौ जल रही है,
सशंकित हृदय कक्ष में
आकांक्षा मन में पल रही है।
यूं थके मांदे क्यूं
हताश निराश बैठे हो
नई रौशनी में नहाओं
आशाओं का पान करो
गर्व प्रफुल्लित हर्षित
ज़वानी का गुमान करो।