प्यार का यह सिलसिला चलता रहे।
प्यार का यह सिलसिला चलता रहे।
स्वप्न भी साकार हर होता रहे।
हाथ हाथों में रहेंगे हर क़दम।
और मृदु आधार भी मिलता रहे।
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-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०३/१०/२०२३
प्यार का यह सिलसिला चलता रहे।
स्वप्न भी साकार हर होता रहे।
हाथ हाथों में रहेंगे हर क़दम।
और मृदु आधार भी मिलता रहे।
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-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०३/१०/२०२३