प्यार और धोखा
Dhokha aur pyar
प्यार का धोखा इक हिसाब से अच्छा लगा
कुछ देर का मिलना उस यार से अच्छा लगा
कोई बात रही होगी कह कर मुकर जाने की
इंकार कहने का छोटा सा संवाद अच्छा लगा
न चल सका आगे , इसकी है तकलीफ़ कुछ
पर इस प्यार का आग़ाज़ देर तक अच्छा लगा
नहीं होती हर प्यार की उम्र मुक़ाम तक पहुँचे
ये अधूरा सा सफ़र कई मायने में अच्छा लगा