पीर पराई भी गाते है ____
काम करने में कतराते है _ परिणाम अच्छा चाहते है।
जरा सोचना ऐसा सोचने वाले क्या सफल हो पाते है।।
कक्षा में समझाएं शिक्षक बच्चों को _ ध्यान देते नहीं।
असफलता लगती हाथ बाद में फिर पछताते है।।
हमसे कहते चले आना समय से अपने दफ्तर में।
इंतजार करते रहते हम साहब कहां हाज़िरी लगाते है।।
भरोसा करके मुझे दो काम मैं पूरा करके बताऊंगा।
आश्वासन भरोसा दे लोग काम अधूरा छोड़ जाते है।।
तमन्ना है सूरज चांद सितारे छू आऊं मैं भी कभी।
उड़ान भरने से पहले ही पर मेरे कतरे जाते हैं।।
दास्ताओं का जखीरा भरा पड़ा है बदन में मेरे।
जब जब भी लिखने बैठा पृष्ठ कम पड़ जाते है।।
चल रहा जीवन अनुनय _यह चलता भी रहेगा।
दिल की पीढ़ा के साथ _ पीर पराई भी गाते है।।
राजेश व्यास अनुनय