पिता क्या है?
पिता क्या है?
पिता एक उम्मीद है, हर एक बच्चे की आस हैं
परिवार की हिम्मत और कई सारा विश्वास है,
बाहर से सख्त लेकिन अंदर से तो नम्र हैं
जिसके दिल में दफन कई सारे गम है।
पिता क्या है?
पिता संघर्ष की आंधियों में हौसलों की दीवार हैं
परेशानियाें से लड़ने वाली एक मात्र तलवार है,
बचपन में खुश करने वाला खिलौना लाता है
नींद लगे तो पेट पर सुलाने वाला बिछौना बन जाता हैं।
पिता क्या है?
पिता जिम्मेवारियों से लदी गाड़ी का साथी हैं
सबको बराबर का हक दिलाने वाला यही महारथी है
सपनों को पूरा करने वाली यही जान हैं,
इसी से तो मां और बच्चों की सही पहचान है।
पिता क्या है?
पिता ज़मीर हैं तो पिता एक जागीर भी है
जिसके पास ये हैं वह सबसे बड़ा अमीर हैं,
कहने को तो सब ऊपर वाला देता है।
पर खुदा के रुप में पिता का हि तो शरीर हैं।।
नाम- वर्षा चौरसिया
जगह- दिल्ली