पितर हमारे
पितर चले है लौट अपने धाम
आओ उनको करे हम नमन
आशीष उनका रहे सदा हम पर
कनागत में वे आए हमें मिलने
आओ उनको नमन करे
जो मान दिया कनागत में हमने
वही मान दे जब रहे हमारे साथ
नेह उनका बरसे सदा हम पर
इस कनागत आए हमें देखने
आओ उनका वन्दन करे
भरा पूरा रहे घर और द्वार अपना
रहे अच्छे से हम यही है सपना
दुआएं उनकी रहे सदा हम पर
कनागत में आए है ये अपने
आओ उनका तर्पण करे