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6 May 2024 · 1 min read

#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं

#दिनांक:-5/5/2024
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं

डूबती नैया को पार लगाओ,
माँ दुर्गा हमें आशीर्वाद देने आओ ।
अस्त्र-शस्त्र नवरूप धारण कर,
पापियों का नाश करने आओ।

सुकोमल भाव समर्पित कमलासिनी,
तू ही ब्रह्माणी,रूद्राणी,पर्वतवासिनी।
शिव प्रिया बामांक सुशोभिता,
रक्षा करो मातु दुख निवारिणी।

अलौकिक दिव्य ज्योति तुम्हारी,
माँ ! तुमको पूजते सारे नर-नारी।
भक्तिमय हो जाता महीना संवत्सर,
दुष्ट-दानव पर सदा रहती भारी।

माँ की मूरत मोहिनी ममतामयी,
कृपालु कल्याणकारी करुणामयी।
मिटे जन-मन कल्मष-अंधियारा,
मनोहारी माता मातंगी महिमामयी।

ले लो निज अंक हूँ दीन-दुखी माँ,
सुविचार-विवेक की दो भीख माँ।
गलतियाँ सारी क्षमा करो माता,
खुद की समझ की दो सीख माँ।

(स्वरचित)
प्रतिभा पाण्डेय “प्रति”
चेन्नई

1 Like · 19 Views
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