पत्रकार
हर बात की खबर रखते हैं,
हर घटना पर नजर रखते हैं,
रखवाले हम सजग ऐसे हैं,
हर हाल में जो,
सच पर नजर रखते हैं,
दुश्मन सरहद पर हो,
या मुश्किलें देश के भीतर,
हम वो प्रहरी हैं जो,
हर हालात पर नजर रखते हैं,
जरूरत नहीं हमें गोली या बारूद की,
शब्द ताकत हैं हमारी,
हम हथियार कलम रखते हैं,
कई बार वाकया ऐसा भी होता है,
जिन्दगी सच को देने की खातिर,
हम हथेली पर जान रखते हैं,
बात जनता की हो, प्रशासन की,
या सरकार की,
कड़ी सभी के बीच संवाद की,
हम पत्रकार रखते हैं।
रचनाकार :- कंचन खन्ना,
मुरादाबाद, (उ०प्र०, भारत)।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार)।
दिनांक :- ३०/०५/२०२१.