न अभिमानी बनो
न अभिमानी बनो
मानव हो तो
मानवतावादी बनो
कुछ न सही तो दानी बनो
पर न अभिमानी बनो
भला न कर सको
किसी का तो तुम
आज्ञायकारी बनो
पर न अभिमानी बनो
पुष्प न बिछा सको
इस राहों पे तुम
तो किसी और राहों के
विद्वानी बनो
अर्पित न कर सको
जल,फल, पुष्प, आदि
तो न छली, कपटी
द्वेषकारी बनो
जन्म मरण एक सत्य हैं
इसे स्वीकार कर
ज्ञानी बनो
पर न अभिमानी बनो