नग़मे प्यार के गाने लगे
**नग़में प्यार के गाने लगे*
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फुर्सत में हम गुनगनाने लगे
नगमेंप्यार के हम गाने लगे
रंग ज़माने के रास न आए
तराने तन्हाई के गाने लगे
बेवफ़ाइयों में जब घिर गए
गीत बेवफाई के गाने लगे
लागी प्रेम की जब छूट गई
ज़िक्र जुदाई का गाने लगे
पिया परदेश जो विराज गए
अफ़साने विदाई गाने लगे
मनसीरत बाहो में समा गए
सरगम मिलन की गाने लगे
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)