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18 Mar 2024 · 1 min read

नित्यता सत्य की

जीवन अगरचे नित्य सत्य है
तो मरण भी अटल अकाट्य सत्य है
आँखिन देखी को साखी लो
लो अनुभव को प्रमाण तो
जीवन मरण के सच से परे
धर्म की किताबों में बंद या निदेशित
खुशकर या दुखकारी
होता जाता
कुछ भी सत्य नहीं।

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