नव वर्ष का स्वागत
नव वर्ष का स्वागत
नव वर्ष का अभिनंदन है, नव वर्ष का आगाज़ है,
नव वर्ष कि पावन बेला पर , नव वर्ष का राग है,
प्रकृति पर निखरा है कैसा ,हर सुर हर संगीत है ,
पतझड़ हो चला विदा ,हरियाली की प्रीत है ,
नई सुबह है नई किरण है ,नए हास परिहास हैं ,
नई चाँदनी नई शीतलता ,नई कोमलता का एहसास है,
यादें हैं जो बीत गईं ,बीती बातों को क्यूँ सोचें अब ,
कहीं आग है कहीं धुआँ है, क्यूँ कृदन कर रोयें अब,
आँसू हैं जिन साँचों मे ,क्यूँ उनको लेके ढोएँ अब ,
हंसी खुशी की भरें उमंगें , मुस्कानो के पुष्प सजाऐं अब,
छोड़ के सारी बीती बातों को ,और नया कुछ जोड़ो तुम ,
अपनों के संग करके मीठी बातें , कड़वी बातें छोड़ो तुम
स्वप्न भरा आकाश सजा लो , अब हर एक सपना सच कर लो तुम ,
लेकर के आशीष बड़ों का ,अब नया कदम बढ़ाओ तुम ,
मन मे ऐसा उत्साह भरो, खुद मे खुद को अनमोल करो ,
हर्ष जगा दो सबके मन में ,सबके मन का तिमिर हरो ,
बरसों से जो पड़ी प्रतीक्षा ,उन सबका अब तुम तिलक करो ,
विजय पताका फहरा कर तुम ,अब राष्ट्र का नव निर्माण करो !!!!!!!!
सभी को नव वर्ष की हार्दिक हार्दिक शुभकामनाऐं