*नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल (गीत)*
नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल (गीत)
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नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल
1)
रोगों का संपूर्ण नाश हो, डालें कहीं न डेरा
नगर गॉंव गलियों में इनका, दीखे नहीं बसेरा
कस कर मुट्ठी बॉंधे सारे, सधी हुई हो चाल
2)
आपस में सद्भभाव नेह से, सारे जन बतियाऍं
वृद्ध लोग घर-घर मंगलमय, आदर प्रतिदिन पाऍं
अपनेपन से आपूरित हो, जीवन की सुर-ताल
3)
कोई चोरी नहीं कहीं हो, शुभ कर्मठता जागे
छोड़ें सब आलस्य वृत्ति को, द्वेष भावना भागे
हों परोपकारी जन मन से, सबके हृदय विशाल
नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451