Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jun 2021 · 1 min read

धीरे धीरे

धीरे-धीरे ही सही लक्ष्य पर चलते रहे
आने वाली बाधाओं को धीरे-धीरे पार करते रहे
जिंदगी की हर समस्याओं से धीरे धीरे लड़ते रहे
कई पड़ाव आए मंजिल में धीरे धीरे निखरते रहे
धीरे धीरे एक दिन मंजिल तक पहुंच ही गए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
3 Likes · 3 Comments · 547 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
हाइकु-गर्मी
हाइकु-गर्मी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कोई...💔
कोई...💔
Srishty Bansal
मिसाल
मिसाल
Kanchan Khanna
स्वाभिमान
स्वाभिमान
अखिलेश 'अखिल'
" जल "
Dr. Kishan tandon kranti
अज्ञानी की कलम
अज्ञानी की कलम
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"गेंम-वर्ल्ड"
*प्रणय प्रभात*
पुष्प
पुष्प
Dinesh Kumar Gangwar
My Guardian Angel
My Guardian Angel
Manisha Manjari
धधक रही हृदय में ज्वाला --
धधक रही हृदय में ज्वाला --
Seema Garg
3377⚘ *पूर्णिका* ⚘
3377⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
बीती यादें भी बहारों जैसी लगी,
बीती यादें भी बहारों जैसी लगी,
manjula chauhan
शीर्षक - खामोशी
शीर्षक - खामोशी
Neeraj Agarwal
तुम पंख बन कर लग जाओ
तुम पंख बन कर लग जाओ
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कोई दुनिया में कहीं भी मेरा, नहीं लगता
कोई दुनिया में कहीं भी मेरा, नहीं लगता
Shweta Soni
जीवन में अहम और वहम इंसान की सफलता को चुनौतीपूर्ण बना देता ह
जीवन में अहम और वहम इंसान की सफलता को चुनौतीपूर्ण बना देता ह
Lokesh Sharma
आस्था
आस्था
Adha Deshwal
वर्षा जीवन-दायिनी, तप्त धरा की आस।
वर्षा जीवन-दायिनी, तप्त धरा की आस।
डॉ.सीमा अग्रवाल
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चाय की प्याली!
चाय की प्याली!
कविता झा ‘गीत’
जो ना कहता है
जो ना कहता है
Otteri Selvakumar
स्वाभिमानी किसान
स्वाभिमानी किसान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
Anand Kumar
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
आर.एस. 'प्रीतम'
!! दर्द भरी ख़बरें !!
!! दर्द भरी ख़बरें !!
Chunnu Lal Gupta
किसी को फर्क भी नही पड़ता
किसी को फर्क भी नही पड़ता
पूर्वार्थ
व्यंग्य क्षणिकाएं
व्यंग्य क्षणिकाएं
Suryakant Dwivedi
-- मुंह पर टीका करना --
-- मुंह पर टीका करना --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
इंसानियत की लाश
इंसानियत की लाश
SURYA PRAKASH SHARMA
*घट-घट वासी को को किया ,जिसने मन से याद (कुंडलिया)*
*घट-घट वासी को को किया ,जिसने मन से याद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...