धीरे धीरे
धीरे-धीरे ही सही लक्ष्य पर चलते रहे
आने वाली बाधाओं को धीरे-धीरे पार करते रहे
जिंदगी की हर समस्याओं से धीरे धीरे लड़ते रहे
कई पड़ाव आए मंजिल में धीरे धीरे निखरते रहे
धीरे धीरे एक दिन मंजिल तक पहुंच ही गए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
धीरे-धीरे ही सही लक्ष्य पर चलते रहे
आने वाली बाधाओं को धीरे-धीरे पार करते रहे
जिंदगी की हर समस्याओं से धीरे धीरे लड़ते रहे
कई पड़ाव आए मंजिल में धीरे धीरे निखरते रहे
धीरे धीरे एक दिन मंजिल तक पहुंच ही गए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी