Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2023 · 1 min read

*धारा सत्तर तीन सौ, अब अतीत का काल (कुंडलिया)*

धारा सत्तर तीन सौ, अब अतीत का काल (कुंडलिया)
———————————————-
कर लो चाहे जो जतन, नहीं गलेगी दाल
धारा सत्तर तीन सौ, अब अतीत का काल
अब अतीत का काल, कुटिल जो बुद्धि चलाओ
तर्क भले सौ मील, दूर से लेकर आओ
कहते रवि कविराय, पंख अब स्वयं कतर लो
ढुलमुल कब सरकार, देश में कुछ भी कर लो
——————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

279 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

■ आज ही बताया एक महाज्ञानी ने। 😊😊
■ आज ही बताया एक महाज्ञानी ने। 😊😊
*प्रणय*
दीपावली
दीपावली
डॉ. शिव लहरी
समाज को जगाने का काम करते रहो,
समाज को जगाने का काम करते रहो,
नेताम आर सी
🌷 *परम आदरणीय शलपनाथ यादव
🌷 *परम आदरणीय शलपनाथ यादव "प्रेम " जी के अवतरण दिवस पर विशेष
Dr.Khedu Bharti
मेरी माटी मेरा देश 💙
मेरी माटी मेरा देश 💙
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कहना तो बहुत कुछ है
कहना तो बहुत कुछ है
पूर्वार्थ
हादसे
हादसे
Shyam Sundar Subramanian
युवा आज़ाद
युवा आज़ाद
Sanjay ' शून्य'
खुशी
खुशी
Phool gufran
सबसे अधिक वस्तुएं यह कहकर बेची जाती हैं
सबसे अधिक वस्तुएं यह कहकर बेची जाती हैं
Sonam Puneet Dubey
दोहा त्रयी. . . . .
दोहा त्रयी. . . . .
sushil sarna
तुम्हारी आंखें
तुम्हारी आंखें
Jyoti Roshni
"वक्त के गर्त से"
Dr. Kishan tandon kranti
मन सोचता है...
मन सोचता है...
Harminder Kaur
विकास
विकास
Khajan Singh Nain
*राधा को लेकर वर्षा में, कान्हा छाते के संग खड़े (राधेश्यामी
*राधा को लेकर वर्षा में, कान्हा छाते के संग खड़े (राधेश्यामी
Ravi Prakash
कम से कम..
कम से कम..
हिमांशु Kulshrestha
घरौंदा इक बनाया है मुहब्बत की इबादत लिख।
घरौंदा इक बनाया है मुहब्बत की इबादत लिख।
आर.एस. 'प्रीतम'
नहीं मैं गीत गाता हूँ
नहीं मैं गीत गाता हूँ
DrLakshman Jha Parimal
मां🙇🥺❤️
मां🙇🥺❤️
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
जीवन में आनंद लाना कोई कठिन काम नहीं है बस जागरूकता को जीवन
जीवन में आनंद लाना कोई कठिन काम नहीं है बस जागरूकता को जीवन
Ravikesh Jha
"कलम की अभिलाषा"
Yogendra Chaturwedi
ग़ज़ल _क़सम से दिल में, उल्फत आ गई है ।
ग़ज़ल _क़सम से दिल में, उल्फत आ गई है ।
Neelofar Khan
गॉधी शरणम् गच्छामि
गॉधी शरणम् गच्छामि
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
सच कहूं तो
सच कहूं तो
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
वो अभागा एक पिता है
वो अभागा एक पिता है
Ankur Rawat
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
कवि दीपक बवेजा
नया वर्ष नया हर्ष,खुशियों का नवदर्श|
नया वर्ष नया हर्ष,खुशियों का नवदर्श|
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
तुम्हारी बात कैसे काट दूँ,
तुम्हारी बात कैसे काट दूँ,
Buddha Prakash
Loading...