Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Oct 2024 · 1 min read

“दौर गर्दिश का”

“दौर गर्दिश का”
न आता दौर गर्दिश का
तो ये अफसाने कहाँ जाते,
दुश्मन चेहरे थे नकाबों में
वो पहचाने कहाँ जाते।

1 Like · 1 Comment · 28 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

सफ़र में आशियाना चाहता है
सफ़र में आशियाना चाहता है
Kanchan Gupta
या खुदा तेरा ही करम रहे।
या खुदा तेरा ही करम रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
प्रार्थना
प्रार्थना
Shally Vij
कोशी मे लहर
कोशी मे लहर
श्रीहर्ष आचार्य
जीवन के अध्याय
जीवन के अध्याय
Rambali Mishra
"मीठी यादें"
Dr. Kishan tandon kranti
शहर को मेरे अब शर्म सी आने लगी है
शहर को मेरे अब शर्म सी आने लगी है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
2858.*पूर्णिका*
2858.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आनन ग्रंथ (फेसबुक)
आनन ग्रंथ (फेसबुक)
Indu Singh
माँ सरस्वती वंदना
माँ सरस्वती वंदना
Karuna Goswami
हमेशा आंखों के समुद्र ही बहाओगे
हमेशा आंखों के समुद्र ही बहाओगे
डॉ. दीपक बवेजा
प्रेम उतना ही करो
प्रेम उतना ही करो
पूर्वार्थ
सवालिया जिंदगी
सवालिया जिंदगी
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
शुरुआत
शुरुआत
goutam shaw
थोड़ा राज बनकर रहना जरूरी हो गया है दोस्त,
थोड़ा राज बनकर रहना जरूरी हो गया है दोस्त,
P S Dhami
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
सुना है इश्क़ खेल होता है
सुना है इश्क़ खेल होता है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इमारत बुनियाद और मलबा
इमारत बुनियाद और मलबा
Nitin Kulkarni
आने वाला आएगा ही
आने वाला आएगा ही
महेश चन्द्र त्रिपाठी
हमनी के बचपन
हमनी के बचपन
आकाश महेशपुरी
कोई दुख नहीं
कोई दुख नहीं
Meera Thakur
अधूरे ख्वाब
अधूरे ख्वाब
ओनिका सेतिया 'अनु '
खुद्दारी
खुद्दारी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
अब छोड़ जगत क्षआडंबर को।
अब छोड़ जगत क्षआडंबर को।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
लौट कर वक़्त
लौट कर वक़्त
Dr fauzia Naseem shad
प्रेम की बंसी बजे
प्रेम की बंसी बजे
DrLakshman Jha Parimal
*जिंदगी से हर किसी को, ही असीमित प्यार है (हिंदी गजल)*
*जिंदगी से हर किसी को, ही असीमित प्यार है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
5. Festive Light
5. Festive Light
Ahtesham Ahmad
शिद्दत से की गई मोहब्बत
शिद्दत से की गई मोहब्बत
Harminder Kaur
यही विश्वास रिश्तो की चिंगम है
यही विश्वास रिश्तो की चिंगम है
भरत कुमार सोलंकी
Loading...