देश प्रेम
तुझे दिलो जान से प्यार करते हैं,
हम ए मेरे वतन ।
कि तेरी हर सांस से रूबरू होते हैं,
हम ऐ मेरे वतन ।
आज तेरे वजूद को मिटाना चाहते हैं यह लोग,
कि तुझको तुझसे ही चुराना चाहते हैं लोग।
पर दास्तान ए हिंदुस्तान कोई भुला नहीं सकता,
तेरी शख्सियत को कोई मिटा नहीं सकता।
कि आज भी अपने खून से सींंचने वाले प्रेमी है तेरे पास,
कि तुझ पर अपनी जान लुटाने वाले बेटे हैं तेरे पास।
तुझे तलाश है आज बोस और आजाद की,
तेरी एक ख्वाहिश भी पूरी कर जाएंगे हम।
ना कर सके ज्यादा तो कम से कम,
तेरे लिए अपनी जान तो दे जाएंगे हम ।
कि दिल से यह आवाज आ रही है ,
तुझे दिलो जान से प्यार करते हैं,
हम ए मेरे वतन ।
अब तो हर पल तेरे लिए ही जीते हैं,
हम ऐ मेरे वतन।