-:|| देश की माटी ||:-
हम वीरों की संतान उनके चिंतन के अनुयायी हैं |
ऋषि-मुनियों के वंशज उनकी परंपरा के अनुयायी हैं ||
अब संस्कृति का रक्षक ही अपना झंडा फहरायेगा |
अनीति का दाग न माता पर लगने पायेगा ||
प्राणों की बलि देकर भारत माता की संस्कृति बचाया जायेगा |
फिर शिवा राणा झांसीरानी का इतिहास दोहराया जायेगा ||
हिमालय की शिखरों पर मेरे देश का झंडा फहराएगी |
भुखे रहकर भी इस देश का मान बचाया जायेगा ||
राष्ट्रभक्त में राष्ट्रद्रोह का छेद कभी न होने पायेगा |
तेरे पुत्र सजग हैं तेरा सम्मान न जाने पायेगा ||